विचारधारा की
असहिष्णुता
05/11/2015, नई दिल्ली।
पिछले कुछ दिनों से बाहरी दुनिया को देश की तस्वीर ऐसी दिखाई जा रही है जैसे कि
आपातकाल लागू कर दिया गया है या अराजकता की स्थिति हो गई है। साहित्यकारों,
फिल्मकारों, वैज्ञानिकों और कलाकारों द्वारा सम्मान वापसी करना और देश की कुछ प्रसिद्ध
हस्तियों द्वारा सामाजिक परिस्थिति को खराब बताकर ऐसा किया जा रहा है। ऐसा करने के
पीछे कुछ तो वजह होगी और उन वजहों में कितनी सच्चाई है इसे जानने की कोशिश करना आज
सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।